tag:blogger.com,1999:blog-6268630401467919394.post4781382200369796218..comments2023-06-24T19:52:51.608+05:30Comments on अड़हा के गोठ: सुभीता खोली के नवा चिंतन !!!ब्लॉ.ललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-6268630401467919394.post-5348343866388145332009-12-10T17:19:46.282+05:302009-12-10T17:19:46.282+05:30... छत्तीसगढी गोठ बने लगिस !!!!... छत्तीसगढी गोठ बने लगिस !!!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6268630401467919394.post-49947252576253492122009-12-10T11:33:48.797+05:302009-12-10T11:33:48.797+05:30भाशा के कारण बात समझ नहीं पाई धन्यवाद्भाशा के कारण बात समझ नहीं पाई धन्यवाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6268630401467919394.post-24559599393693052772009-12-10T11:06:50.708+05:302009-12-10T11:06:50.708+05:30सुभिता खोली के महिमा अपार गुन गांवय बारं बार
ललित ...सुभिता खोली के महिमा अपार गुन गांवय बारं बार<br />ललित महराज अउ गुप्ता दाउ के गोठ मा बेडा पार हे.36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6268630401467919394.post-19422420451502971632009-12-10T08:45:08.352+05:302009-12-10T08:45:08.352+05:30मै मात्र ओखर एक ठन नाम धरे रहेंव. परम हंस स्वामी ...मै मात्र ओखर एक ठन नाम धरे रहेंव. परम हंस स्वामी ललितानंद जी के किरपा से ओला अतेक महत्व मिल जाहि कहिके सोचे नई रेहेंव. धन्य हो गे सुभीता खोली. वैसे एक बात कहौं के बादशाह अकबर हा बीरबल ला पूछिस के बीरबल तोला सबसे जादा सुख के अनुभव कहाँ होथे. तव एला बीरबल प्रयोग करके सिद्ध करिस लेगे जंगल माँ. अब अकबर ला भैया जरूरत परिस ओखर पेट एकदम पिराये लागिस. बीरबल ला कहिस भैया इहाँ तो कोनो ठिकाना नई ये बेवस्था कर. बिचारा बेवस्था करिस. बादशाह काम निपटआइस . फेर बीरबल पूछिस कैसे लागिस महराज. बादशाह कहत हे मोर प्रश्न के उत्तर मिल गे बीरबल के जादा सुख कामा मिलथे. जय होस्वामीजी.सूर्यकान्त गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/05578755806551691839noreply@blogger.com